विद्यालय का संक्षिप्त विवरण

"मिली हर हार को, मुस्कान से सीना नहीं आया, जीतना चाहता था पर मुझे जीतना नहीं आया ।  
  तुम्हारी और मेरी दास्तां में फर्क इतना है, मुझे हारना नहीं आया, तुम्हें जीतना नहीं आया ॥

पतित पावनी पुण्य सलिला, जीवन प्रदायिनी माँ गंगा की रमणरेती के तट पर अवस्थित बाबुजी बसन्तलाल अग्रवाल जी के लक्ष्य को सामने रखकर गणमान्य प्रबुद्ध, दानशील एवं समाज सेवी महानुभावों के अथक प्रयासों के कारण इस विद्यालय की स्थापना सन् 2009 दिन बुधवार, सम्वत् 2066 अषाढ़ शुक्ल नवमी तिथि को स्व० बाबूजी बसन्तलाल अग्रवाल जी की स्मृति में की गयी । तभी से यह विद्यालय निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है तथा बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने में विद्यालय का अपना एक विशेष स्थान रहा है ।

विद्यालय की शुरूआत मात्र दो कक्षाओं से की गई थी । वर्तमान में विद्यालय के पास वायु संचालित 10 बड़े कमरे हैं, जिसमें सभी वस्तुगत सुविधाएं हैं। चार्ट्स, मैच, मॉडल्स, प्रयोगात्मक आदि वस्तुएँ भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं । विद्यालय में विभिन्न प्रकार की नयी तकनीक द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों में जानकारी दी जाती है । विद्यालय में रोचक विषय हृदयगाही एवं सरल ज्ञान वर्धक बनाने में सफलता मिलती है ।

विद्यालय में शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी और हिन्दी दोनों हैं । अंग्रेजी विषय की पढाई पर उतना ही बल दिया जाता है, जितना की इंग्लिश मीडियम स्कूलों में। इसी कारण हमारे विद्यालय में अंग्रेजी का स्तर ऊँचा है ।

विद्यालय में समय-समय पर खेल - कूद एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगितायें आयोजित की जाती हैं, तथा छात्र / छात्राओं को पुरस्कृत किया जाता है ।

वर्ष में कई पर्व जैसे– स्वतन्त्रता दिवस, गणतन्त्र दिवस, गांधी जयन्ती, बाल दिवस, शिक्षक दिवस, सुभाषचन्द्र जयन्ती आदि दिवसों को धूमधाम से मनाया जाता है । बालाकों के मानसिक, सामाजिक आदि के ज्ञान के विकास हेतु ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक स्थानों का भ्रमण भी कराया जाता है।

विद्यालय के पास दो बड़े सभागार कक्ष हैं जिनमें समय - समय पर अभिभावक गोष्ठी एवं अन्य समारोहों का आयोजन किया जाता है । सभागार कक्षों में पर्याप्त मात्रा में विद्यालय की स्वयं की साउण्ड सुविधा उपलब्ध है । साउण्ड का उपयोग प्रतिदिन प्रार्थना स्थल पर भी किया जाता है । इसके अलावा अन्य सभी अध्ययन कक्षों में पर्याप्त मात्रा में भौतिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

विद्यालय के अन्दर ही खेल का विशाल मैदान है । जिसमें खेलों का क्रिया कलाप एवं शारीरिक व्यायाम तथा बहुत से रोचक ज्ञान वर्द्धक क्रियाकलापों का अभ्यास कराया जाता है।

विद्यालय का शुभारम्भ प्रतिदिन ईश्वर वन्दना से होता है तथा प्रार्थना स्थल पर अनेक रोचक व ज्ञान वर्द्धक तथ्यों पर व्याख्यान दिया जाता है । अनुशासन के दायरे को बनाये रखने के लिए विद्यार्थियों की यूनिफार्म, बैग, नाखून आदि का नियमित रुप से निरीक्षण प्रार्थना स्थल पर ही किया जाता है।

विद्यालय अनुशासन के क्षेत्र में अपना एक अलग विषेश स्थान रखता है तथा अनुशासन समिति अनुशासन को बनाये रखने के लिए महत्त्वपूर्ण सहयोग देती है।

Director's Message

वर्तमान युग प्रतिस्पर्धा का युग है | इस प्रतिस्पर्धावादी युग में शिक्षा एक आवश्यक साधन है शिक्षा के बिना मनुष्य का सर्वागीण विकास होना सम्भव नहीं है | अतः शिक्षा के प्रति हमें जागरूक होने की आवश्कता है | 
इस भौतिक वादी युग में शिक्षा एक अमूल्य रत्न है | हमें चाहिए कि हम अपने बच्चों व आस-पास के बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करें | ताकि हमारे आस-पास कोई बच्चा अशिक्षित न रहे क्योंकि शिक्षा के बिना बालक का विकास सम्भव नहीं है | अतः हमें बच्चों को नैतिक, चारित्रिक, बौद्धिक, शारीरिक मानसिक विकास आदि शिक्षा देकर उनके भविष्य निर्माण में सहायक बनना चाहिए | 

                                                                      ARVIND KUMAR AGRAWAL

                                                                                                                            (M.A. HINDI,SANSKRIT,M.Ed,CTET Qualified)  


Principal's Message

 


प्रतिस्पर्धा के इस युग में विद्यार्थियों को अपना मुख्य लक्ष्य निर्धारित करना बहुत ही आवश्यक है और समय-समय पर जीवन लक्ष्य को ध्यान में रखकर उसके लिए समुचित आवश्यक प्रयास , धैर्य एवं विश्वास के साथ करते रहना चाहिए |
अतः मेरा दृढ़ विश्वास है कि नव युग में अथाह क्षमता होती है | यदि वह अनुशासित दृढ़ निश्चय से अपने लक्ष्य को समर्पित हो , तो सफलता निश्चित है |
मुझे आशा है कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र / छात्राओं एवं शिक्षणोत्त्तर परिवार ,सभी के सहयोग से हमारे विद्यालय की गौरव पताका नवीन कीर्तिमान स्थापित करेगी |

                                                                                                                SURENDRA KUMAR
                                                                                                                                        ( B.Sc , B.Ed, C-TET Qualified)